Tuesday, 9 May 2017

मुस्कुराने दे




ज़िंदगी की राह में तु  अकेला नहीं है |
अपनी कमज़ोरी को तु चेहरे पर दिखाए यह कोई मेला नहीं है |
अपने पर विश्वास रख इन आँखों को सपना सजाने दे |
अपने चेहरे को तु  ज़रा मुस्कुराने दे ||


 ज़िन्दगी की राह में कही खो  गया है तु |
 उस से थक हार कर कही सो गया है तु |
आज उन घमो को ज़रा तु भूल जाने दे |
अपने चेहरे को तु  ज़रा मुस्कुराने दे ||

 ना चाहते हुए अब यह दिल डरने लग गया है |
 ना जाने क्यू अब यह सभी  से लड़ने लग गया है |
दो पल की ज़िन्दगी का आराम कर तू इसे संभल जाने दे |
 अपने चेहरे को तु  ज़रा मुस्कुराने दे ||

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